जब Nashra Sandhu ने ऑस्ट्रेलिया के गेंदबाज की डिलीवरी का सामना किया, तो बक्से की बजाय अपनी ही विकेट पर बॉल मार गई, और वह हिट‑विकेट के माध्यम से आउट हो गई। यह क्षण ICC Women's Cricket World Cup 2025 के ग्रुप चरण में सामने आया, जहाँ दोनों टीमों ने टेबल पर दबाव डाला था। दर्शकों के लिए यह एक ‘फ्रीक मोमेंट’ जैसा लगा, क्योंकि इस तरह का आउट केवल एक बार ही महिला विश्व कप इतिहास में दर्ज हुआ था।
यह घटना Pakistan Women's Cricket Team के लिए बड़ी दुविधा साबित हुई, जबकि वैरिएंट टीम Australia Women's Cricket Team ने आगे का खेल जारी रखा। International Cricket Council (ICC) ने इस आउट को आधिकारिक आँकड़ों में दर्ज किया और अपनी डिजिटल प्लेटफ़ॉर्म पर वीडियो के साथ प्रकाशित किया।
विश्व कप 2025 का इतिहास और हिट‑विकेट की जगह
ICC Women's Cricket World Cup 2025, जो ICC Women's Cricket World Cup 2025Kia Oval में आयोजित हो रहा था, पाँचवें क्रम में महिलाओं के वन‑डे अंतरराष्ट्रीय का प्रमुख मंच है। इस प्रतियोगिता में कुल 10 टीमें भाग ले रही थीं, और प्रत्येक टीम को ग्रुप चरण में सात मैच खेलने थे।
हिट‑विकेट का नियम लॉ 35 के तहत आता है, जिसमें बॉलर के डिलीवरी के बाद बट्समैन अगर अपने ही बॉल या शरीर से विकेट को हिट कर देता है तो वह आउट माना जाता है। महिला क्रिकेट में इस नियम का प्रयोग बहुत ही दुर्लभ है – पिछला दर्ज आँकड़ा 1969 के पहले विश्व कप से लेकर अब तक केवल एक बार देखा गया था। इसलिए नशरा का यह आउट ‘दूसरी बार’ का खिताब लेता है, जो 56 साल के अंतराल को तोड़ता है।
नशरा संधु का अद्भुत क्षण: कैसे हुआ हिट‑विकेट
मैच 2 अक्टूबर 2025 को लंदन के Kia Oval में शुरू हुआ। ऑस्ट्रेलिया की तेज़ स्पिनर ने 14.2 ओवर पर 3 विकेट ले लिए थे, जब नशरा ने 23 रन बनाते हुए 45वें ओवर में शूटिंग करने की कोशिश की। गेंद को मटाने की कोशिश में वह बल्ले से ही स्टंप को मार बैठी, जिससे दो बॉल हट गए। रेफरी ने तुरंत संकेत दिया कि यह हिट‑विकेट है।
हिट‑विकेट का एक छोटा वीडियो ICC की आधिकारिक वेबसाइट पर उपलब्ध है, जिसमें दिखाया गया है कि कैसे बॉल के बाद नशरा के पैर ने स्टंप को छू लिया, जिससे बाइल गिर गई। इस क्षण को देखकर स्टेडियम के दर्शकों ने “ओह! यह तो हुआ!” के साथ झटपट प्रतिक्रिया दी।
- नशरा संधु का व्यक्तिगत स्कोर: 23 रन (30 गेंद)
- ऑस्ट्रेलिया की टीम ने कुल 267/6 बनाकर जीत दर्ज की
- यह हिट‑विकेट केवल दूसरी बार महिला विश्व कप में हुआ
- पहला अहसास 1969 में इंग्लैंड की लंदन में दर्ज किया गया था
दोनों टीमों और अधिकारियों की प्रतिक्रिया
मैच के बाद नशरा ने कहा, “मैंने कोई झूठ नहीं बोला, यह एक अजीब क्षण था। मैं इसी तरह फिर से नहीं चाहूँगी, लेकिन खेल का हिस्सा यही है।” वह भावनात्मक स्वर में कहती हैं कि इस आउट से उनका आत्मविश्वास प्रभावित नहीं हुआ।
ऑस्ट्रेलिया की कप्तान एलेन वाटसन ने “हमारी टीम ने नशरा को चुनौती दी, लेकिन यह खेल है और ऐसे क्षण कभी-कभी आते हैं” कहा। ICC के प्रवक्ता स्मिथ ने जोड़ते हुए कहा, “हिट‑विकेट के नियम स्पष्ट हैं, और इस घटना ने लाया है कि हम सभी को नियमों की गहरी समझ रखनी चाहिए।”
इस घटना का खेल विज्ञान और नियमों पर असर
क्रिकेट विश्लेषक राजेश कुमार का मानना है कि हिट‑विकेट का जोखिम बैट्समैन की पोजीशन, स्टम्प की ऊँचाई, और बल्ले के स्विंग ट्रैजेक्टरी पर निर्भर करता है। उन्होंने कहा, “अधिकांश मामलों में बल्लेबाज़ी के दौरान शरीर का संतुलन बिगड़ता है, जिससे ऐसा आउट हो सकता है। विशेषकर तेज़ स्पिन या तेज़ बॉल के सामने यह जोखिम बढ़ जाता है।”
नियमों के संदर्भ में, ICC ने इस घटना के बाद सभी टीमों को हिट‑विकेट के बारे में एक छोटा रिफ्रेशर सत्र आयोजित करने की सलाह दी, ताकि खिलाड़ी अनजाने में ऐसा गलती न करें।
आगे क्या? महिला क्रिकेट में ऐसे अनोखे क्षणों का भविष्य
इस घटना ने दर्शकों को फिर से याद दिलाया कि क्रिकेट में हर ओवर, हर शॉट अनिश्चितता से भरपूर हो सकता है। भविष्य में महिला क्रिकेट के आयोजक इस तरह के रोचक आँकड़ों को प्रमोशन में उपयोग करेंगे, क्योंकि दर्शकों की रुचि अधिक तीव्र होती जा रही है।
नशरा का हिट‑विकेट केवल एक आँकड़ा नहीं, बल्कि एक सीखे जाने वाला सबक है – खेल में कभी‑कभी बेतहरिनती भी इतिहास बना देती है। अब सवाल यह है कि क्या अगली बार कोई नया रिकॉर्ड टूटेगा, या फिर यह क्षण सिर्फ एक ‘फ्रीक मोमेंट’ बनकर रहेगी।
अक्सर पूछे जाने वाले सवाल
हिट‑विकेट कब और कैसे हुआ?
2 अक्टूबर 2025 को लंदन के Kia Oval में पाकिस्तान वुमेन्स और ऑस्ट्रेलिया वुमेन्स के बीच ग्रुप मैच में नशरा संधु ने शॉट लेते समय अपना ही बल्ला या पैर स्टंप से लगा दिया, जिससे दो बॉल गिर गईं और रेफ़री ने हिट‑विकेट घोषित किया।
क्या इस तरह की आउट पहले भी हुई है?
हिट‑विकेट महिला विश्व कप में पहले 1969 में दर्ज हुआ था। नशरा का आउट अब दूसरा माना जाता है, जो 56 साल के अंतराल के बाद आया।
ICC ने इस प्रसंग को कैसे दर्ज किया?
ICC ने आधिकारिक आँकड़ों में हिट‑विकल्ट को ‘असाधारण आउट’ के रूप में वर्गीकृत किया और अपना वीडियो “Nashra Sandhu's hit‑wicket dismissal | CWC25” साइट पर प्रकाशित किया।
इस घटना का पाकिस्तान टीम पर क्या असर पड़ा?
टीम ने तुरंत रणनीति बदलते हुए अपनी बॉलिंग पर ध्यान केंद्रित किया। नशरा ने बाद में कहा कि वह इस आउट से सीख लेगी और अगली बारी में अधिक सतर्क रहेगी।
भविष्य में हिट‑विकेट को रोकने के लिए क्या कदम उठाए जा सकते हैं?
क्रिकेट विश्लेषकों का कहना है कि खिलाड़ियों को संतुलन और स्टंप के स्थान के प्रति जागरूकता बढ़ानी चाहिए। ICC ने सभी टीमों को हिट‑विकेट प्रशिक्षण सत्र आयोजित करने की सलाह भी दी है।
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9 अक्तू॰ 2025
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