बच्चों की कविताएँ: सरल गैर‑राइमिंग कविताएँ और कैसे पढ़वाएँ
क्या आपके बच्चे को कविता सुनना पसंद है लेकिन वह हर बार तुकबंदी पर नहीं टिकता? गैर‑राइमिंग कविताएँ (non‑rhyming) बच्चों की सोच और अवलोकन शक्ति बढ़ाती हैं। ये कविताएँ शब्दों के गीत की बजाय विचार और भाव पर ध्यान देती हैं। छोटे बच्चों के लिए ये आसान, खुली और कल्पनाशील होती हैं।
गैर‑राइमिंग कविताएँ क्यों चुनें? क्योंकि बच्चे राइम पर नहीं टिकेंगे तो भी वे भाव, लय और तस्वीर समझ सकते हैं। इससे शब्दों का अर्थ गहरा होता है और बच्चे अलग तरह से बातें कहने की कोशिश करते हैं। आप इन्हें कहानी के साथ जोड़ कर भी पढ़ा सकते हैं।
गैर‑राइमिंग कविताओं के आसान उदाहरण
नीचे कुछ आसान, छोटे और सीधे उदाहरण दिए गए हैं जिन्हें आप घर पर पढ़ सकते हैं या बच्चे से लिखवा सकते हैं। हर कविता में तुक नहीं है, बस स्पष्ट तस्वीर और भावना है।
1.
सूरज उठता है—
खिड़की के किनारे एक चूहा जागता है।
हवा में धूल की मुलाकात होती है।
दिन अपने कदम बढ़ाता है।
2.
एक पेड़ के नीचे एक टोपी गिर गई।
बच्चे उसे उठा कर देखते हैं—
भारी, पुरानी और थोड़ी गंदी।
टोपी में एक छोटी पतंग छिपी थी।
3.
बारिश के बाद सड़क पर एक छोटी नदी बन गई।
पत्थर उसके बीच जैसे प्रश्न छोड़ गए।
मछली नहीं दिखती, पर आवाजें आती हैं—
छोटे कदम, दूर की हँसी।
4.
रात की चादर पर तारों के खरोंच हैं।
एक-एक खरोंच में बच्चे अपने स्वप्न चिपका लेते हैं।
सुबह उन स्वप्नों को रोटी जैसी काटकर खाते हैं।
कैसे पढ़वाएँ और मज़ेदार गतिविधियाँ
कई सवाल पूछें: बच्चे को इस पंक्ति से क्या दिखा? कौन सा शब्द नई तस्वीर बनाता है? इससे ध्यान बढ़ता है।
सेंसरी वॉक कराइए: बाहर निकल कर बच्चों से पाँच चीज़ें बताने के लिए कहिए—एक जो खामोश है, एक जो चमकता है, एक जो गंध देता है। फिर उन पर एक‑एक पंक्ति लिखवाइए।
वर्ड बैंक बनाइए: कमरे में चित्र और छोटे शब्द लिख कर रखिए—जैसे हवा, ठंडी, खिड़की, झरना। बच्चा बैंक से शब्द चुनकर अपनी गैर‑राइमिंग कविता बना सकता है।
ड्रा एंड राइट: कविता पढ़कर बच्चे से तस्वीर बनवाइए। फिर तस्वीर देखकर तीन लाइन की नई कविता लिखवाइए। इससे रचना और समझ दोनों मजबूत होते हैं।
आयु अनुसार तरीका बदलें: 4–6 साल के लिए छोटी पंक्तियाँ और चित्र; 7–9 साल के लिए कल्पना बढ़ाने वाले शब्द और विस्तार; 10+ साल के लिए भाव और विचार पर चर्चा कराके लंबी पंक्तियाँ लिखवाइए।
गैर‑राइमिंग कविताएँ बच्चों को बोलने और सोचने की आज़ादी देती हैं। आप एक‑दो उदाहरण पढ़िये, छोटे प्रयोग कराइए और बच्चे की बात सुनिए—फिर खुद देखिए किस तरह वे अलग आवाज में अपने विचार कहने लगते हैं।
मेरे पास कुछ अद्वितीय गैर राइमिंग कविताओं के उदाहरण हैं जो बच्चों के लिए उपयोगी हो सकते हैं। ये कविताएं बच्चों के सोचने के तरीके को विस्तारित करती हैं और उन्हें भाषा की गहराई समझने में मदद करती हैं। गैर-राइमिंग कविताओं के माध्यम से, बच्चों को अलग-अलग विचारों और भावनाओं को व्यक्त करने का एक नया तरीका मिलता है। हालांकि, ये कविताएं रचनात्मकता और स्वतंत्रता की ओर आकर्षित करती हैं, वे अभी भी संरचना और अर्थ में स्थिर रहती हैं। मैं आपको सलाह दूंगा कि अपने बच्चों को इस तरह की कविताओं के साथ परिचित कराएं, यह उनके भाषा विकास में मदद करेगा।